लॉकडाउन में श्रमिकों को मिला महात्मागांधी नरेगा से काम : जुलाई माह में ही पूर्ण कर लिया वित्तीय वर्ष का 95 प्रतिशत लक्ष्य

बेमेतरा : महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत जिले के जनपद पंचायत नवागढ़ में वित्तीय वर्ष 2020-21 की तैयारी पूर्व से ही कर ली गई थी और इस वर्ष के लिए 9 लाख 90 हजार मानव दिवस का रोजगार देने का लक्ष्य अनुमानित था माह मार्च में पूरे विश्व में कोरोना नाम की महामारी फैल रही थी जिससे हमारा देश भी अछूता न रहा और बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में मार्च माह 2020 के अंतिम सप्ताह तक लॉकडाउन की प्रक्रिया लागू हुई।
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने लॉकडाउन कारगर सिद्व हुआ जबकि अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी होने लगी थी। माह अप्रैल 2020 में नया वित्तीय वर्ष प्रारंभ हो चुका था लेकिन हम योजना का संचालन नहीं कर पा रहे थे। 20 अप्रैल 2020 से छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार हमने जनपद पंचायत नवागढ़ के समस्त ग्राम पंचायतों में रोजगार मूलक कार्यो को स्वीकृत कराकर कार्य प्रांरभ करना शुरू किया। ग्रामीण मजदूर अब महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से रोजगार प्राप्त करने लगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यस्था में सुधार आने लगा साथ ही वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य का 95 प्रतिशत माह जुलाई 2020 में ही प्राप्त कर लिया गया हैं। लॉकडाउन अवधि में रोजगार प्राप्त कर रहे हैं मजदूर: लॉकडाउन में रोजगार के लगभग सभी साधन बंद थे । वही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी येाजना के माध्यम से विकासखण्ड क्षेत्र में ग्रामीण अंचल के अधिकतम परिवारों को उनके मांग अनुसार रोजगार देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में परिसम्पत्ति सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। नवागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत विभिन्न तालाब गहरीकरण कार्य, नया तालाब निर्माण, कच्ची नाली निर्माण, निजी डबरी निर्माण एवं हितग्राही मूलक कार्यो को प्राथमिकता देते हुए 1000 से अधिक हितग्राहियों के निजी भूमि में मेंड़ बंधान के कार्य स्वीकृत किये गये हैं। इसका प्रतिफल यह हुआ कि मानव दिवस सृजन के साथ-साथ इन परिवारों को अधिक से अधिक रोजगार का लाभ प्रदाय किया गया।

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