ऑलिव ऑयल का प्रयोग,कई बीमारियों से सुरक्षा

नई दिल्ली |स्वास्थ्य संबंधी तमाम तरह के लाभ प्राप्त करने के लिए दुनियाभर में ऑलिव ऑयल को व्यापक रूप से प्रयोग में लाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर इस तेल का सेवन करने से कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक खाने के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले कई अन्य प्रकार के तेलों के मुकाबले ऑलिव ऑयल का सेवन सेहत के लिए तमाम तरह के स्वास्थ्य लाभ से भरपूर हो सकता है। ऑलिव ऑयल में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट, शरीर को सेलुलर डैमेज से बचाता है, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। अध्ययनों में एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के उपयोग को ज्यादा फायदेमंद बताया गया है।

हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद है ऑलिव ऑयल
अध्ययनों से पता चलता है कि ऑलिव ऑयल का सेवन करने वाले लोगों की जीवन प्रत्याशा अधिक होती है। अन्य लोगों की तुलना में ऐसे लोगों में हृदय रोगों का खतरा भी कम होता है। कुछ अध्ययनों में इसे हृदय रोग निवारक दवा के रूप में भी वर्णित किया गया है। हृदय संबंधी जोखिम को कम करने के लिए प्रतिदिन लगभग 20 ग्राम या दो बड़े चम्मच एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के सेवन की सलाह देता है।

कैंसर से मिल सकती है सुरक्षा
कुछ अध्ययनों में पाया गया कि जैतून के तेल में कई ऐसे यौगिक होते हैं जो स्तन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं, हालांकि सभी निष्कर्ष इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।जैतून के तेल में मौजूद यौगिकों में कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने का क्षमता होती है। लैब परीक्षणों में भी इस बात के प्रमाण मिले हैं कि जैतून के तेल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर को सूजन, ऑक्सीडेटिव डैमेज और एपिजेनेटिक परिवर्तनों से बचाने में मदद कर सकते हैं।

लिवर को स्वस्थ रखने में सहायक
एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के यौगिक लिवर डैमेज के खतरे को कम करने के साथ लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं। तेल में पाए जाने वाले ओलिक एसिड सूजन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, इंसुलिन प्रतिरोध और अन्य परिवर्तनों को रोकने में मदद करते हैं।

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